A SECRET WEAPON FOR SHIV CHAISA

A Secret Weapon For Shiv chaisa

A Secret Weapon For Shiv chaisa

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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

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बृहस्पतिदेव की कथा

श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥

मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध Shiv chaisa जल भरकर रखें।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज

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